#Etah….
जिला कारागार में बंदी ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
◾बंदी ने पेशाबघर में फांसी लगाकर आत्महत्या की
◾फंदा टूटने पर नीचे गिरने की आवाज पर पहुंचे अन्य बंदी
◾बंदी की मौत के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप
◾जानकारी लगते ही पुलिस-प्रशासनिक के आलाधिकारी भी पहुंचे
थाना सकरोली के गांव धर्मपुर निवासी राधेश्याम (30) पुत्र मंगल सिंह दो भतीजों की हत्या एवं बड़े भाई पर जानलेवा हमला करने के मामले में जेल में निरुद्ध था। चौदह जून को जेल भेजा गया था। मानसिक रूप से परेशान भी रहता था और कई दिनों से बीमार भी था। जिसके चलते बंदी जिला जेल के हॉस्पिटल में ही रहता था। शनिवार को जिला जेल में कोरोना टेस्ट हो रहे थे। हॉस्पिटल के अन्य बंदी कोरोना टेस्ट कराने के लिए बाहर आए। राधेश्याम हॉस्पिटल में ही रहा। किसी के न होने का फायदा उठाकर पेशाबघर चला गया और जाली निकालकर फांसी का फंदा बना लिया और आत्महत्या कर ली। फंदा टूटने पर आवाज आई। जिसके बाद अन्य बंदी, अधिकारी पहुंचे। वो मृतावस्था में पड़ा था। जानकारी लगते ही जिले के पुलिस-प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे। घटना को लेकर जानकारी की है।
जिला कारागार अधीक्षक एटा पीपी सिंह ने कहा कि बैंडेज को आइसोलेशन वार्ड के टॉयलेट के जंगला में बांधकर बंदी राधेश्याम ने फांसी लगा ली। जानकारी पर पूरे वार्ड को सील कर दिया गया है। डबल मर्डर के मामले में जेल में निरुद्ध था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। जेल अधीक्षक के अनुसार दो बाद राधेश्याम को सैफई में इलाज के लिए भेजा था। बताया कि तेरह जून तथा छह जुलाई को इलाज कराने के लिए सैफई भेजा गया था। मानसिक रूप से परेशान भी रहता था।