डॉक्टर नहीं बचे अब तो हैवान रह गए हैं
दर्द से पीड़ित का इलाज पहले पैसा लेने केबाद शुरू किया

आगरा । उक्त बात किसी फिल्म के डायलाग से नहीं लिया है । यह बात एक मरीज ने कही । आवास विकास कालोनी से एक युवक के कान में कोई कीड़ा रेंगता सा उसे महसूस हुआ तो वह अपने पड़ोस के डॉक्टर के यहां दौड़ा। तो उसने कान के डॉक्टर बी एस बघेल कारगिल पेट्रोल पंप के सामने भेज दिया । डॉक्टर बघेल ने रोगी से पहले पैसे देने की बात कहीं तो मरीज ने कहा जरा पहले मेरे को कीड़े से मुक्ति दिलाइए मैं अभी आपके एकाआउंट में भुगतान डालता हूं । तो वह मरीज की परेशानी समझे बिना मुस्काते हुए पैसे देने के बाद ही हाथ लगाएगा कहता हुआ हंसता रहा । मजबूर मरीज ने भयंकर पीड़ा के दोरान ही ऑन लाइन 1600रुपए डॉक्टर के खाते में डाले तब कहीं जनाब ने भाषण बाजी करते हुए कान को हाथ लगाया । उन्होंने कान को टॉर्च से देखने के बाद हाइड्रोजन पर ऑक्साइड से रुई के माध्यम से साफ किया जिससे कान की गंदगी बाहर निकलते ही राहत मिल सकी ।
उसके बाद डॉक्टर ने आधा घंटे तक बिठाके रखा । अंत में कहा दवा तो कोई नहीं बनती बस ठंडे से गुरेज करें ।
मरीज ने उच्चाधिकारियों से डॉक्टर के व्यवहार को लेकर शिकायत की है । डॉक्टर ने आपातकाल के चार सो रुपए और 1200। कीड़ा निकालने के पहले बशूले । मरीज ज्यादा लुटने से पिता के पन्हूंचने पर बच सका । क्योंकि पिता ने बिना जाने ही अपना नाता एक विशेषज्ञ से बता दिया । तब कहीं जाकर उसका व्यवहार बदला । पिता को डॉक्टर के कृत्य की जानकारी घर आकर बच्चे के बताने पर हुई ।
पता चला है उक्त डॉक्टर के व्यवहार को लेकर आए दिन झगड़े होते रहते हैं। कई बार तो पुलिस को भी दखल करना पड़ा है ।