
बेटियों ने दिया पिता को कांधा, मुखाग्नि भी, तस्वीरें देखने वालों तक की छलकी आंखे, बाह के रुदमुली गांव के सिरमोर सिंह की इंदौर में हार्ट अटैक से गई थी जान।
बाह। शुक्रवार को बाह के रुदमुली गांव के सिरमोर सिंह भदौरिया (84) की धामनोद (इंदौर) में बेटी के घर पर हार्ट अटैक से जान चली गई थी। शनिवार को उनकी बेटियों के शव को कांधा और मुखाग्नि देने की तस्वीरें देखने वालों तक की आंखे छलक पडी। रुदमुली के सिरमोर सिंह भदौरिया की पत्नी डॉ अरुणा भदौरिया भदावर पीजी कॉलेज की हिन्दी प्रवक्ता थी। 10 साल पहले उनके निधन के बाद से बेटियों के पास रह रहे थे। बेटियां सरकारी कॉलेज की प्रधानाचार्या अंजना (बीनू) चिकित्सा प्रभारी डॉ आरएस तोमर, अलका (भारती) संत कुमार सिंह को इंदौर में ब्याही हैं। जबकि डॉ अजीता (मधु) दिल्ली में समकालीन चौथी दुनिया के संपादक प्रवीन चौहान को ब्याही हैं। शुक्रवार की सुबह वह बेटी अलका (भारती) के इंदौर के धामनोद स्थित घर के बाथरूम में गये थे। वहीं पर हार्ट अटैक से उनकी सांसे थम गई। शनिवार को सिरमोर सिंह भदौरिया को उनकी बेटी और दामादों ने कांधा दिया। शव यात्रा का यह दृश्य भावुक कर देने वाला था। नर्मदा नदी के ओमकारेश्वर घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। मुखाग्नि बेटी अंजना (बीनू) ने दी। सोशल मीडिया पर वायरल हुई शव यात्रा एवं अंत्येष्टी की तस्वीरें देख कर गांव रुदमुली और कर्मभूमि बाह के लोगों की आंखे छलक पडी।
