खांसी से पीड़ित जिन मरीजों को कोरोना की आशंका पर इसकी जांच कराई गई और रिपोर्ट निगेटिव आई ऐसे सभी मरीजों को अब टीबी आशंकित मानकर उनकी टीबी की जांच कराई जाएगी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस संबंध में अभियान गुरुवार से शुरू किया जा रहा है। कोविड-19 के जिला नोडल अधिकारी एवं जिला क्षयरोग नियंत्रण अधिकारी डॉक्टर दिनेश कुमार प्रेमी ने बताया कि खांसी से पीड़ित होने के बाद कोरोना जांच में निगेटिव आए सभी मरीजों को इस अभियान के दायरे में लिया जाएगा। राष्ट्रीय क्षयरोग उन्मूलन कार्यक्रम के जिला समन्वयक डॉ.मो.जावेद ने बताया कि कोरोना जांच में निगेटिव आए खांसी से पीड़ित मरीजों में टीबी की जांच के जरिये वर्ष 2025 तक देश से टीबी को खत्म कर देने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिल सकेगी। कोरोना निगेटिव रिपोर्ट वाले मरीजों का डाटा टीबी के नए मरीजों को चिन्हित करने में भी काफी मददगार होगा।