शहर के शिकारी राजीव सोलोमन को एक बार फिर नरभक्षी गुलदार को मारने के लिए संबंधित विभाग ने परमिट जारी कर बुलाया है। टीम में राजीव सोलोमन के साथ ही बिजनौर के नवाब सैफी और नैनीताल के हरीश धामी भी शामिल हैं।
राजीव सोलोमन ने बताया कि अल्मोड़ा के बढ़छिना में आदमखोर गुलदार का बीते 2017 से आतंक है। अब तक यह गुलदार छह लोगों को अपना शिकार बना चुका है। गुलदार के लगातार बढ़ते आतंक के चलते अल्मोड़ा के वन-विभाग ने इसे मारे जाने का परमिट जारी करके मुरादाबाद से शिकारी राजीव सोलोमन को भी बुलाया है।
8 जुलाई से गुलदार की खोज शुरु
राजीव सोलोमन ने बताया कि बीती 8 जुलाई को ही वे अल्मोड़ा के उन जंगलों में टीम के साथ सर्च कर रहे हैं, जहां गुलदार के होने की आशंका है। वन-विभाग ने कई स्थानों पर पिंजरे लगाए हैं। पहले-पहल गुलदार को जिंदा पकड़ने की ही कोशिश होती है। सफलता न मिलने पर अंतिम विकल्प के रूप में शूट किया जाता है। टीम के पहुंचने से एक हफ्ते पहले ही गुलदार ने एक बुजुर्ग महिला व एक बच्चे को अपना शिकार बनाया।
मचान पर रात भर रहता इंतजार
दो रातें मचान पर रहकर गुलदार को ट्रेस करने की कोशिश की गई है। राजीव सोलोमन ने बताया कि शुक्रवार को गुलदार नजर आया पर चमका देकर भाग गया। जल्द ही गुलदार को पकड़ लिया जाएगा।
चार नरभक्षी ढेर कर चुके राजीव
राजीव सोलोमन 2006 से नरभक्षी गुलदारों के ऑपरेशन में सक्रिय हैं। उत्तराखंड गढ़वाल रेंज में अब तक चार नरभक्षी गुलदारों को मार चुके हैं। 2016 में एक नरभक्षी टाइगर को मारा। राजीव सोलोमन ने बताया कि संबंधित विभाग को जब हमारी जरूरत होती है, तब परमिट जारी करके हमें बुला लिया जाता है।
बचपन से ही शूटिंग का शौक
राजीव सोलोमन बताते हैं कि पारकर इंटर कॉलेज में पढ़ाई के दौरान से ही एनसीसी के जरिए वेपंस ट्रेनिंग मिली। निशाना शुरु से अच्छा रहा।