खेलो इंडिया से लगे प्रतिभाओं को पंख, श्रीलंका में दमदार प्रदर्शन करने वाले अजय भदौरिया बोले प्रतिभाएं नहीं होंगी तो कोच क्या कर लेंगे।

बाह। 1980 में श्रीलंका को उसकी ही जमीन पर वॉलीबाल में 7 मैच की सीरीज में शिकस्त देने वाली टीम के सदस्य रहे बाह के क्वारी गांव के सेवानिवृत डीएसपी अजय भदौरिया ने कहा कि खेलो इंडिया अभियान से ग्रामीण प्रतिभाओं को पंख लगे हैं। राष्ट्रीय क्षितिज पर उभरी प्रतिभाएं अंतराष्ट्रीय स्तर पर वॉलीबाल में देश का नाम रोशन करेंगी। विदेशी कोच को लेकर किए गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि जब प्रतिभाए नहीं होगी तो कोच क्या कर लेंगे। उन्होंने कहा कि बाह जैसी प्रतियोगिताएं देश भर में नियमित रूप से होनी चाहिए। यही प्रतियोगिताएं प्रतिभा खोज का जरिया बनेंगी। ग्रामीण परिवेश से ही निकले जैतपुर के विजय सिंह चौहान ने डिकैथ लेन में तथा क्वारी के अजीत भदौरिया ने डिस्कस थ्रो में एशियन गोल्ड मेडल के साथ अर्जुन अवार्ड जीता था। बाह के कई खिलाडी वॉलीबाल में राष्ट्रीय स्तर पर छाए हुए हैं। स्कूल स्तर पर भी वॉलीबाल के ढांचे को मजबूत किए जाने की जरूरत है। योगी सरकार के खेल कोटे की व्यवस्था की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि निर्णय युवाओं में खेल के प्रति रुझान बढाने वाला है। मोदी सरकार ने भी खेल के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।