सनातन के 7 रक्षक गंगोत्री से पैदल यात्रा कर पहुँचे देवघर बाबा नगरी मे हुआ भव्य स्वागत!
देवघर से प्रेम रंजन झा संग कुंदन करमहे,

देवघर झारखंड न्यूज़:-
देवघर को झारखंड की सांस्कृतिक राजधानी कही जाती है देवघर की लोक परंपरा आस्था और समर्पण इसे अन्य शहरों से अलग करती है आपने सुल्तानगंज से 105 किलोमीटर की यात्रा कर देवघर पहुंचते कांवड़ियों को देखा होगा यह काफी कठिन यात्रा होती है लेकिन देवघर के पुरोहित समाज में एक और परंपरा इसे सनातन धर्म के सबसे बड़े रक्षक के रूप में सुशोभित करती है देवघर के पुरोहित समाज के लोग जत्था बनाकर गंगोत्री से जल भरकर 3 से 4 महीने की पांव पैदल यात्रा करते हुए देवघर पहुंचते हैं और विश्व कल्याण के लिए बाबा भोलेनाथ से प्रार्थना करते हैं ऐसा ही पुरोहितों का एक जत्था देर शाम देवघर पहुंचाl
डढ़वा नदी के समीप ढोल नागड़ा से जत्था का भव्य स्वागत किया गया।
इन जैसे हठ योगियों की वजह से सनातन धर्म की ताकत दुनिया देख रही है।