1 जनवरी से बनारस में ऑटो चालक ई -रिक्शा चालक साथियों ने किया गाड़ियों का संचालन बंद करने का एलान।

उत्तर प्रदेश ऑटो चालक एंड थ्री व्हीलर यूनियन
बनारस ऑटो चालक यूनियन
दी ऑटो रिक्शा ई-रिक्शा वेलफेयर सोसाइटी
और ई रिक्शा चालक संघर्ष समिति ने बनाया संयुक्त ऑटो एवं ई- रिक्शा चालक संघर्ष समिति
सहयोग में भारतीय मीडिया फाउंडेशन परिवहन फोरम ने भी इस लड़ाई में साथ देने का ऐलान किया।
लगातार संयुक्त ऑटो चालक ई- रिक्शा चालक संघर्ष समिति के तत्वावधान में संचालित चालक यूनियन के पदाधिकारियों ने जिला प्रशासन के वरिष्ठ पदाधिकारी से बैठक की लेकिन बैठक का कोई परिणाम नहीं निकला।
जिला प्रशासन अपनी मनमानी करने को एकदम से कसम खा कर बैठी है
ऐसी परिस्थिति में चालकों के पास सिवाय अपनी गाड़ी खड़े करने का कोई रास्ता नहीं बचा क्योंकि जब ऑटो चालक और ई- रिक्शा चालक को जोनवार संचालित करने के नाम पर एक नया शोषण करने का तरीका इजाद किया जा रहा है।
जिस सिस्टम के खिलाफ चालक गण बनारस महानगर में हड़ताल करने का निर्णय लिया है।
संघर्ष समिति के अधिकारियों ने बताया कि जिस सिस्टम को लागू किया जा रहा है इसका क्षेत्रफल बहुत ही दायरे में है यहां पर जोन के हिसाब से गाड़ी चलने पर चालक को भी नुकसान और उस पर यात्रा करने वाले यात्रियों का भी भारी नुकसान और कष्टदायक होगा
क्योंकि जमीनी स्तर पर इनके पास कोई व्यवस्था नहीं है सब व्यवस्था कागजों पर ही घूम रही है।
ऐसी परिस्थिति में सारे बनारस के यूनियनों का एक ही बात कहना है इस सिस्टम को 3 महीने तक स्थगित करें
और पहले नगर निगम यातायात विभाग आरटीओ विभाग और यूनियन के पदाधिकारियों के साथ मिलकर पहले व्यवस्था को सही किया जाए।
ऑटो स्टैंड की समुचित व्यवस्था होनी चाहिए।
इसके साथ-साथ शहर में प्रवेश करने वाले अबैध वाहनों पर रोक लगनी चाहिए उसके बाद गाड़ी का संचालन भविष्य में बेहतर ढंग से हो सके और चालक भी खुश रहे और प्रशासन भी खुश रहे
लेकिन अधिकारी गण अपनी जिद पर अड़े हुए हैं ऑटो चालकों ई- रिक्शा चालकों एवं आम नागरिकों के रोजी-रोटी छीनने में लगे हुए हैं।
ऐसी परिस्थिति में ऑटो चालक एवं ई – रिक्शा चालक के पास कोई ऑप्शन नहीं है सिवाय इसके कि 1 जनवरी से अपनी गाड़ियों का संचालन बंद करें और प्रशासन अपनी मनमानी करता रहे।
ऑटो एवं ई- रिक्शा चालक संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि आगे जो भी अव्यवस्था पैदा होती है इसका जिम्मेदार जिला प्रशासन है।
घनश्याम यादव जी, अजय चौबे जी, ईश्वर सिंह भगवान सिंह, अशोक पांडे, आनंद जी और तमाम स्टैंड संचालक और तमाम ऑटो चालकों व
जुबेर खान बागी सहित सभी संगठनों की ओर से आंदोलन का ऐलान किया गया है।