पंचायत में लांछन से क्षुब्ध महिला ने दी जान, रिपोर्ट योगेश मुदगल

आगरा, प्रमुख संवाददाता। जगदीशपुरा क्षेत्र के गांव अंगूठी में एक महिला के साथ छेड़छाड़ की गई। विरोध पर आरोपित पक्ष ने मारपीट की। गांव में पंचायत हुई। पंचायत में आरोपित ने महिला के चरित्र पर लांछन लगाए। आरोपों से आहत महिला ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली। विवाहिता के भाई ने घटना के ढाई महीने बाद नामजद मुकदमा लिखाया है। मुकदमे में तीन लोगों पर खुदकुशी के लिए दुष्प्रेरित करने का आरोप है।
मुकदमा नई आबादी, नगला अजीता निवासी रंजीत सिंह ने दर्ज कराया है। रंजीत ने बताया कि उसकी बहन मंजू की शादी गांव अंगूठी में हर्षवर्धन से हुई थी। गांव का प्रवेश उसकी बहन को आते-जाते परेशान किया करता था। 29 सितंबर को विरोध करने पर बहन-बहनोई का प्रवेश उसके भाई अरुण और पिता सत्यवीर से झगड़ा हो गया। मारपीट हुई। बहन ने 112 नंबर पर सूचना दी। पुलिस आई मगर कोई कार्रवाई किए बिना गांव से वापस लौट गई। जानकारी पर मायके पक्ष के लोग 30 सितंबर को बहन की ससुराल अंगूठी पहुंचे। वहां दोनों पक्षों की पंचायत हुई। भरी पंचायत में अरुण ने उसकी बहन के चरित्र पर लांछन लगाए। उसकी बहन का नाम अपने भाई प्रवेश से जोड़ा। यह बोला कि उनके पास आपत्तिजनक वीडियो हैं। पंचायत में बहन के ससुर भी बैठे थे। अपने ऊपर लगे आरोपों से उनकी बहन सहम गई। फूट-फूटकर रोने लगी। कहने लगे कि उसे बेवजह बदनाम किया जा रहा है। सभी लोगों ने बहन को बहुत समझाया। रात को बहन ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली। एक अक्तूबर को बहन के शव का पोस्टमार्टम हुआ। विसरा सुरक्षित रखा गया है। एसीपी लोहामंडी गिरीश कुमार सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर प्रवेश, अरुण और उनके पिता सत्यवीर के खिलाफ मुकदमा लिखा गया है।
मुकदमा लिखाने को भटक रहा था भाई
मंजू के भाई रंजीत सिंह ने बताया कि वह मुकदमा लिखाने के लिए भटक रहा था। उसे खुद याद नहीं है कि कितनी बार पुलिस के पास गया होगा। लखनऊ तक शिकायत की। बमुश्किल मुकदमा लिखा गया है। पुलिस यह कहकर मुकदमा नहीं लिख रही थी कि विसरा रिपोर्ट नहीं आई है। उसने पुलिस से पूछा कि विसरा रिपोर्ट आने से पहले मुकदमा क्यों नहीं लिखा जा सकता। पुलिस ने उसे कोई संतोष जनक जवाब नहीं दिया