
तोते ने थाने में नाम पुकार खुद चुना मालिक को
आगरा – बेजुबान भी प्यार की भाषा समझते हैं। शनिवार को कमला नगर थाने में एक तोते के मालिकाना हक का विवाद पुलिस के पास आया। तोते ने खुद अपना मालिक चुना। थाना प्रभारी के कमरे में मुनमुन कहां हो की रट लगा ली। यह देख पुलिस ने तोता परवरिश करने वाले परिवार के सुपुर्द कर दिया।
कमला नगर क्षेत्र के पंजा पजाया (बल्केश्वर) निवासी मुनेंद्र कुमार जैन तोते पर अपना दावा किया था। 15 दिसंबर को कमला नगर थाने में प्रार्थना पत्र दिया। आरोप लगाया कि अजय कुमार वर्मा ने उनके पालतू विदेशी तोते को रख लिया है। उसे वापस नहीं कर रहे हैं। करीब चार साल पहले वह घर से बाहर जाते समय तोता अजय कुमार को देकर गए थे। पुलिस ने शनिवार को दोनों पक्षों को थाने बुलाया। अजय कुमार वर्मा अपने परिवार के सदस्यों के साथ तोता लेकर थाने आए। पुलिस को बताया कि तोते का नाम बाबू है। वह इस नाम को पहचानता है। बाबू उनके परिवार का सदस्य है। बच्चे उन्हें पापा और पत्नी को मम्मी आवाज लगाते हैं। बाबू भी उन्हें पापा और मम्मी बोलकर बुलाता है। वह इसी वर्ष फरवरी में अपर जिला कृषि अधिकारी के पद से रिटायर हुए हैं। उनकी बेटी मुनमुन और बेटा अभय तोते के बिना नहीं रह सकते हैं।
चार साल बाद वापस मांगाअजय कुमार ने पुलिस को बताया कि मुनेंद्र उनके परिचित हैं। करीब चार साल पहले तोता उनके घर देकर गए थे।
फूटकर रोने लगी मुनमुन
मुनमुन को तोते से बहुत लगाव है। थाने में भीड़भाड़ देखकर तोता घबरा गया था। उसे थाना प्रभारी के कमरे में रखा गया। मुनमुन उसके लिए फूट-फूटकर रो रही थी। पिता को बेटी नजर नहीं आई तो उन्होंने उसे आवाज लगाई। मुनमुन कहां हो। तोते ने यह आवाज सुनी तो उसने भी थाना प्रभारी के कमरे में रट लगा ली। मुनमुन कहां हो।
अफ्रीकन प्रजाति का है तोता
बाबू साधारण तोता नहीं है। अफ्रीकन प्रजाति का है। ज्यादा ऊंची उड़ान नहीं भर सकता। अजय कुमार ने पुलिस को बताया कि वह घर में पिंजरे में नहीं रहता। बच्चों के साथ खेलता है। उनके हाथ से ही खाना खाता है। परिवार के सदस्यों को नाम से पुकारता है। कोई नहीं दिखे तो परेशान हो जाता है।
तोता खोल चुका है हत्याकांड
कमला नगर इलाके में पहली बार कोई तोता चर्चाओं में नहीं आया है। वर्ष 2014 में तोते ने मालकिन की हत्या का राज खोला था। बल्केश्वर इलाके में स्वराज टाइम्स के मालिक विजय शर्मा की पत्नी नीलम शर्मा की लूट के दौरान हत्या हुई थी। हत्यारोपी ने उनके पालतू श्वान को भी जख्मी किया था। पालतू तोते हीरा ने हत्याकांड का राज खोला था। हत्यारोपी कोई और नहीं नीलम शर्मा का भांजा आशू था। मालिक ने तोते के सामने से रोते हुए यह बोला था कि पता नहीं नीलम को किसने मार डाला। उन्हें तो आशू पर शक है। वही तो नहीं है। यह सुनते ही तोते ने आशू नाम की रट लगा ली थी।