
- गुरुवार की रात कानपुर के गांव में पुलिस मुठभेड़
- मुठभेड़ में सीओ समेत 8 पुलिसकर्मी हुए शहीद
यूपी के कानपुर में गुरुवार की रात हुए एक पुलिसिया एनकाउंटर में शहीद हुए पुलिस के जवानों को याद करने के लिए राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को लखनऊ में प्रदर्शन किया. एसपी कार्यकर्ताओं ने लखनऊ के जीपीओ पर अपना प्रदर्शन किया.
जीपीओ पर प्रदर्शन के बाद एसपी के कार्यकर्ता विधानसभा की ओर बढ़ रहे थे. विधानसभा की ओर जाने से उन लोगों को पुलिस ने रोक दिया. पुलिस के रोकने के बाद भी जब एसपी कार्यकर्ता नहीं माने तो पुलिस को मजबूरन लाठीचार्ज करना पड़ा. पुलिस के लाठीचार्ज करने के बाद एसपी कार्यकर्ता तितर-बितर हो गए. इसके अलावा पुलिस ने कई एसपी कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया है.
गुरुवार की रात कानपुर के गांव में पुलिस मुठभेड़
कानपुर में गुरुवार की रात एक हिस्ट्रीशीटर को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला किया गया. बदमाश पुलिस पर भारी पड़ गए. इस हमले में एक पुलिस उपाधीक्षक (DSP) समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए, जबकि सात पुलिसकर्मियों के घायल हो जाने की पुष्टि भी हुई है. इस पूरे मामले में पुलिस की प्लानिंग लीक होने और खुफिया तंत्र के कमजोर होने की आशंका को बल मिला है.
ये खूनी वारदात कानपुर के चौबेपुर थाना इलाके की है. जहां पुलिस बिकरू गांव में दबिश देकर कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई थी. उस पुलिस टीम का नेतृत्व बिल्हौर के पुलिस उपाधीक्षक (DSP) देवेंद्र कुमार मिश्र कर रहे थे. उनके साथ खासी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद थे. लेकिन जब ये लोग गांव में पहुंचे, तो उन्हें अंदाजा नहीं था कि वहां मौत उनका इंतजार कर रही है