गजब:मृत कर्मचारी को बना दिया मतदान अधिकारी,अनुपस्थित होने पर वेतन काटने के आदेश

मैनपुरी।लोकसभा उपचुनाव में मृत कर्मचारी की ड्यूटी लगाने का मामला सामने आया है।बताया जा रहा है कि छह महीने पहले इस कर्मचारी की मौत हो चुकी है।मामला पकड़ में ऐसे आया कि पांच दिसंबर को मतदान कर्मचारी की अनुपस्थित दर्शाया गया। छह दिसंबर की शाम को मृत कर्मचारी सहित 50 अन्य कर्मचारियों को गैरहाजिर बताकर दो दिन का वेतन काटने के निर्देश दे दिए गए।
मतदान अधिकारी के रूप में लगायी गयी थी ड्यूटी
मिली जानकारी के अनुसार हरि किशन को तृतीय मतदान अधिकारी के रूप में दर्शाया गया है।हरि किशन की ड्यूटी पोलिंग पार्टी 110 में लगाई गई थी।लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत मतदान कर्मी के खिलाफ अनुपस्थित रहने पर कार्रवाई के आदेश हो गए।साथ ही चार और पांच दिसंबर का वेतन काटने के साथ ही वेतन वृद्धि रोकने के आदेश भी जारीकर दिए गए। इसके बाद यह पूरा मामला चर्चा में आ गया।साथ ही जानकारी मिली कि मृत कर्मचारी इटावा मुख्यालय के केके डिग्री कालेज का सफाई कर्मी हरि किशन है।
10 जून को जारी हुआ था मृत्यु प्रमाण पत्र
हरि किशन की मौत बीते माह 31 मई को सैफई मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान हो गई थी। 10 जून को हरिकिशन का मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी किया गया था।बताया जा रहा है कि हरि किशन की ड्यूटी मैनपुरी संसदीय सीट के उपचुनाव में लगाने पर कॉलेज प्रशासन ने एक पत्र जारी किया है।जिसमें बताया गया है कि हरिकिशन की मृत्यु हो चुकी है।इसलिए उसकी ड्यूटी ना लगायी जाए।इसके बावजूद उपचुनाव ड्यूटी का आदेश जारी हो गया।
इटावा के एक कॉलेज में था कर्मचारी
केके कॉलेज के स्टाफ वरिष्ठ लिपिक अवनींद्र मोहन वर्मा का कहना है कि सफाई कर्मी हरि किशन की मृत्यु 31 मई को सैफई मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान हो गई थी।इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दी गयी,लेकिन उसको ड्यूटी से अलग नहीं किया गया।यही नही मंगलवार देर शाम हरि किशन का नाम उन 50 कर्मियों की लिस्ट में शामिल हो गया, जिनके दो दिन का वेतन काटने के आदेश दिया गया है।इसी के साथ यह मामला सामने आ गया।