
अधिशासी अभियंता की शह पर टीजी-2 खा रहे मलाई
तीन टीजी-2 भ्रष्टाचार में निलम्बित, फिर भी लिपिकों का कार्य टीजी-2 से कराया जा रहा है
एटा। अधिशासी अभियंता की शह पर विद्युत विभाग में टीजी-2 पर नियुक्त हुए व्यक्ति लिपिक बनकर मलाई खा रहे हैं। इतना ही नहीं वर्तमान में 3 टीजी-2 भ्रष्टाचार के आरोपों में निलम्बित चल रहे हैं फिर भी अधिशासी अभियंता द्वारा टीजी-2 के रूप में कार्यरत कर्मचारियों से ही लिपिकों का कार्य कराया जा रहा है।
विद्युत विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की शिकायत प्रबंध निदेशक से की गई है जिसमें कहा गया है कि अधिकारियों की साठगांठ से 4-4 वर्षों से टीजी-2 एक ही पटल पर लिपिकीय कार्य कर रहे हैं जबकि इनकी तैनाती विद्युत स्टेशनों पर होनी चाहिए। लेकिन अधिकारियों से साठगांठ कर कार्यालय में लिपिकों का कार्य कर भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे हैं। उल्लेखनीय है कि एटा में कार्यरत 3 टीजी-2 कैशियर का कार्य करने वाले सतेन्द्र कुमार, जीएसटी घोटाले में सुखवेन्द्र तथा जेई प्रभारी का कार्य कर रहे संदीप कुमार भ्रष्टाचार के आरोप में निलम्बित चल रहे हैं।
बताया गया है कि सिराज अहमद नामक कर्मचारी की नियुक्ति लगभग 15 वर्ष पूर्व एसडीओ कार्यालय जलेसर के यहां हुई थी सिराज अहमद जलेसर का निवासी होते हुए तभी से वह उसी कार्यालय में तैनात है।
कमल सिंह नामक टीजी-2 कर्मचारी प्रतिदिन कार द्वारा आवागमन करता है जिस पर अधिकारियों की विशेष अनुकम्पा बताई गई है।
विद्युत विभाग में भ्रष्टाचार का आलम इस प्रकार है कि अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खण्ड प्रथम/द्वितीय एटा, विद्युत नगरीय वितरण खण्ड, एटा व विद्युत परीक्षण खण्ड एटा को मुख्य अभियंता (वितरण) अलीगढ़ क्षेत्र अलीगढ़ ने पत्र सं0 15948/दि0 18 अक्टूबर 22 का संदर्भ देते हुए पत्र द्वारा प्रकरण का गंभीरतापूर्वक संज्ञान लेकर कृत कार्यवाही से अवगत कराने का निर्देश दिया है। लेकिन अभी तक कार्यवाही के नाम पर कुछ नहीं किया गया है।