/कासगंज।
पंचकोसी यात्रा में जगतगुरू शंकराचार्य का बडा बयान।

कासगंज- समाजिक सदभाव पंचकोसी यात्रा में साधू संतो का जमावड़ा
महामंडलेश्वर का बडा बयान एटा कासगंज की पहचान कट्टे तमंचों से,
सोरों जी तीर्थ घोषित होने से युवाओं की सोच मैं आएगा बदलाव,
आजीविका के साधन बढ़ने से आपराधिक छवि से मुक्त होगा एटा कासगंज,
सीएम योगी का आभार भगवान वराह की तपोभूमि को तीर्थ घोषित कर क्षेत्र मे होगा बड़ा बदलाव,
विष्णु भगवान के तृतीय अवतार भगवान वराह के निर्माण दिवस पुण्य तिथि पर आयोजित हुई समाजिक सदभावना पंचकोसी परिक्रमा
आरएसएस की पंचकोसी यात्रा में एक लाख श्रद्धालुओं ने की सहभागिता
पंचकोसी परिक्रमा कार्यक्रम मे शिरकत करने पहुंचे महामंडलेश्वर और जगत गुरू राजराजेश्वर शंकराचार्य के अलावा तमाम साधू संत
भगवान विष्णू के तृतीय अवतार भगवान वराह की तपोभूमि सोरोंजी पर पंचकोशी परिक्रमा कार्यक्रम मे सोरों के स्टेडियम परिसर में आज चार दिसंबर को समाजिक सदभावना पंचकोसी यात्रा में महामंडलेश्वर और जगत गुरू राजराजेश्वर शंकराचार्य के अलावा तमाम महान साधू संतो ने शिरकत की, जगत गुरू शंकराचार्य ने अपने वक्तव्य के दौरान कहा कि एटा की पहचान पहले कट्टों और तमंचों की फैक्टरी के रूप मे होती थी, आज भी युवा इससे अछूते नही है पर सीएम योगी को धन्यवाद देता हूँ, जो उन्होंने इस क्षेत्र की आपराधिक और बदनाम छवि को सुधारने के लिए भगवान विष्णु के तीसरे अवतार भगवान वराह की तपोभूमि सोरों जी को तीर्थस्थल घोषित कर दिया , अब तीर्थ घोषित होने के बाद यहाँ रोजगार और आजीविका के नए संसाधन विकसित होंगे जिससे युवा अब आपराधिक गतिविधियों को छोड़कर देश और प्रदेश के विकास के लिए कार्य करेंगे,
आज मोक्षदा द्वादशी के अवसर पर पंचकोसी परिक्रमा के आयोजन मैं आये लाखों श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त करता हूँ, धर्म की अलख जगाने को ऐसे कार्यक्रम होते रहने चाहिए, बाद में उन्होंने 12 बजे से पंचकोसी परिक्रमा का शुभारंभ हुआ, सांधू संतो और जनप्रतिनिधियों के साथ श्रदालुओ ने पंचकासी परिक्रमा लगाई।
सनातन धर्म है जो उत्सवों का धर्म है हमारे यहां तीर्थ यात्रा सनातन काल से हिंदुओं का अभिन्न अंग रहा है जो तीर्थ यात्रा श्रवण कुमार ने अपने अंधे माता पिता को तीर्थ यात्रा कराई थी वह वह सर्वादित है।