
कोतवाली क्षेत्र के गांव पाड़ला निवासी बस चालक ने संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी लगा ली। सूचना पर पहुंचे परिजनों ने उसकी हत्या कर फांसी पर लटकाए जाने का आरोप लगाया है। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ हो सकेगी। वहीं मृतक के परिजनों मे कोहराम मचा हुआ है। कोतवाली क्षेत्र के गांव पाड़ला निवासी कल्लन उर्फ ओमपाल (45) सुरजननगर-स्योहारा, ठाकुरद्वारा-कांठ मार्ग पर निजी बस चलाता था। कल्लन मंगलवार की दोपहर साढ़े तीन बजे से लापता था। जिसे ग्रामीणों ने गांव के ही धोबी के घर दावत खाते हुए देखा था।
बुधवार सुबह लगभग 9 बजे उसका शव गांव के जंगल में नेतराम और उदयवीर के खेत स्थित पॉपुलर के पेड़ से लटका मिला। ग्रामीणों का कहना है कि कल्लन के पिता मान सिंह की बीमारी के चलते दो माह पहले मौत हो गयी थी। जबकि कोरोना महामारी के चलते बसों का संचालन ठप हो जाने से ओमपाल आर्थिक संकट का सामना कर रहा था। इससे वह अवसाद में था। जबकि कल्लन की पत्नी रानी ने उसकी हत्या कर शव फांसी पर लटकाए जाने का आरोप लगाया है। मृतक की पत्नी रानी का कहना है कि पॉपुलर के पेड़ की जिस डाली से ओमपाल का शव लटका था। वह डाल इतनी कमजोर थी की 30 किलो वजन भी नहीं संभाल सकती थी। वहीं फांसी वाले गमछे में गांठ भी ठीक से नहीं लगी थी। इसे खींचते ही गांठ खुल गयी। घटना के बाद से मृतक की पत्नी रानी, बेटे डब्बू और बेटी नेहा के साथ बुजुर्ग मां का रो-रोकर बुरा हाल था। वर्जनओमपाल का शव परिजनों ने पुलिस के पहुंचने से पहले ही फांसी से उतार लिया। मृतक की पत्नी रानी और बेटे डब्बू ने ओमपाल की हत्या की आशंका जताई है। पीएम रिपोर्ट आने पर स्पष्ट हो सकेगा कि हत्या की गयी है या मामला आत्महत्या का है।-सत्येंद्र सिंह पंवार, कोतवाल ठाकुरद्वारा