बिजली कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार दूसरी दिन भी जारी

बिजली कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार दूसरी दिन भी जारी , कल तीसरे दिन भी रहेगा जारी
प्रधानमंत्री जी के संसदीय क्षेत्र के हजारों बिजली कर्मियों ने कार्य छोड़कर दिनभर विरोध प्रदर्शन किया

वाराणसी-30नवम्बर। संघर्ष समिति, उप्र के आह्वान पर ऊर्जा निगमों में 29 नवम्बर से प्रारम्भ
अनिश्चिकालीन कार्य बहिष्कार आज दूसरे दिन भी जारी रहा।

वक्ताओं ने सभा को संबोधित करते हुए बताया कि प्रदेश भर में हजारोंबिजलीकर्मचारियों,इंजीनियरों और अभियन्ताओं ने काम बन्द कर दिन भर विरोध प्रदर्शन किये और ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन के रवैये की तीव्र भर्त्सना की। आम जनता को तकलीफ न हो इस दृष्टि से कार्य बहिष्कार के चालू चरण में बिजलीकर्मियों को कार्यबहिष्कार आन्दोलन से फिलहाल अलग रखा गया है।

वक्ताओं ने यह भी बताया कि ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन पर हटवादी रवैयाअपनाने का आरोप
लगाते हुए कहा कि चेयरमैन बिजली कर्मियों की समस्याओं के बारे में सही तथ्य न बताकर सरकार को गुमराह कर रहे हैं जिससे ऊर्जा निगमों में कार्य का वातावरण पूरी तरह समाप्त हो गया है औरटकराव बढ़ रहा है। उन्होंने पुनः प्रदेश के ऊर्जा मंत्री मा. श्री अरविन्द कुमार शर्मा जी से प्रभावी हस्तक्षेप करने कीअपील की है जिससे ऊर्जा निगमो में कार्य का वातावरण बने और बिजली कर्मियों की न्यायोचित समस्याओं का समाधान हो सके।
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि शान्तिपूर्ण कार्य बहिष्कार आन्दोलन के कारण किसी भी बिजली कर्मी का कोई उत्पीड़न किया गया तो इसके गम्भीर परिणाम होंगे और सभी ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली कर्मी उसी समय हड़ताल पर जाने हेतु बाध्य होंगे जिसकी सारी जिम्मेदारी ऊर्जा निगमों के शीर्ष प्रबन्धन और चेयरमैन की होगी।
बिजली कर्मियों की मुख्य मांग है कि ऊर्जा निगमों में चेयरमैन व प्रबन्ध निदेशक के पदों पर समुचित चयनके बाद ही नियुक्ति की जाये, बिजली कर्मियों को पूर्व की तरह 09 वर्ष, 14 वर्ष एवं 19 वर्ष की सेवा के उपरान्त पदोन्नति पद का समयबद्ध वेतनमान दिया जाये, बिजली कर्मियों को कैशलेस इजाल की सुविधा दी जाये,ट्रांसफॉर्मर वर्कशॉप का निजीकरण एवं पारेषण विद्युत उपकेन्द्रों के परिचालन एवं अनुरक्षण के आउटसोर्सिंग के आदर्श निरस्त किये जाये, समस्त कार्मिकों के लिए पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू की जाये, बिजली कर्मियों की सुरक्षा हेतु प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाये, बिजली निगमों का एकीकरण कर यूपीएसईबी लि का गठन किया जाये, भत्तोंका पुनरीक्षण किया जाये एवं उत्पादन प्रोत्साहन भत्ता प्रदान किया जाये बिजली कर्मियों को मिल रही रियायती बिजली की सुविधा यथावत रखी जाये, बिजली कर्मियों / संविदा कर्मियों को बोनस का भुगतान किया जाये, संविदाकर्मियों को नियमित किया जाये, बिजली कर्मियों की वेतन विसंगतियां दूर की जायें।
सभा की अध्यक्षता जिउतलाल ने एवं संचालन राजेन्द्र सिंह ने किया।

सभा को सर्वश्री ज्योति सिंह,रेणु मौर्य,संजना सागर,ई0हिरदेश गोस्वामी,ई0अमितश्रीवास्तव,तपन चटर्जी,ई0सुनील कुमार,राजेश सिंह,ई0 मदनगोपाल श्रीवास्तव, मदनलाल श्रीवास्तव, ई0 मनोज कुमार,सोहनलाल,पंकज यादव,रामजी भारद्वाज, रामकुमार झा,आदि पदाधिकारियो ने संबोधित किया।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

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