
मुरादाबाद: एक गहन अभ्यासी बनने की ओर एक कदम हार्टफुलनेस ध्यान और उसके सिद्धांतों को गहराई से समझना।
दो दिवसीय कार्यशला एक गहन अभ्यासी बनने की ओर एक कदम हार्टफुलनेस मेडीटेशन सेन्टर मझोला थाने के सामने दिल्ली रोड़ मुरादाबाद में आयोजित की गई। दो दिवसीय कार्यशाला नेशनल सीनियर फैकेल्टी ऋषि रंजन द्वारा हार्टफुलनेस ध्यान और उसके सिद्धांतों के बारे में चर्चा परिचर्चा कार्यशाला आयोजित की गई ।
हार्टफुलनेस इंस्टीट्यूट जोकि नॉन प्रॉफिट ग्लोबल आर्गेनाइजेशन है उसके अध्यक्ष श्री कमलेश जी पटेल जिनको प्यार से दाजी भी कहा जाता है जिनके द्वारा पहले हार्टफुलनेस वे व डिजाइनिंग डेस्टिनी किताब लिखी गई थी जो अमेजॉन पर बेस्टसेलर साबित हुई उन्हीं के द्वारा लिखित नई पुस्तक द बिजड़म ब्रिज जो एमजॉन पर बेस्ट सेलर का खिताब हासिल कर चुकी है एग्री इंस्टीट्यूट जार्डस के सीईओ डा मेंहदीरत्ता द्वारा अनावरण किया गया। द बिजड़म ब्रिज पुस्तक पर प्रकाश डालते हुए हार्फुलन के नेशनल सीनियर फैकल्टी ऋषि रंजन ने कहा कि आज के बदलते परिवेश में दादा दादी नाना नानी जैसी पीढ़ी जो ज्ञान का भंडार है उनको आने वाली पीढ़ी दर पीढ़ी मैं कैसे संजोकर हस्तांतरित किया जाए और संभाले रखा जा सके ?
आने वाले समय में बहुत ही बहुमूल्य साबित होने वाली है और समाज में बढ़ती हुई विषमताओं को कम करने में एवं आने वाली पीढ़ी दर पीढ़ी के जीवन को सुचारू रूप से चलने एवं लक्ष्य को पाने में सहायक होगी।
श्री रामचंद्र जी ने राम सेतु का निर्माण करके लंका पर विजय हासिल की उसी प्रकार द बिजडम ब्रिज भी ज्ञान सेतु बन कर उभर रही है।
जो जीवन के नौ सिद्धांतों को उजागर करेगी साथ ही आपके सगे संबंधियों में प्यार पैदा करेगी।
कार्यशाला के अंतर्गत नेशनल सीनियर फैकल्टी ऋषि रंजन , यूपी रीजन के रीजनल फैसिलिटेटर अनुपम अग्रवाल , पूर्व केन्द्र प्रभारी एस के चड्डा , नब्बे वर्षीय नौबतसिंह (जोकि पिछले 50 वर्षो से हार्टफुलनेस मेडीटेशन से जुड़े हुए हैं) , डा दीपक मेंहदीरत्ता (एग्री इंस्टीट्यूट जार्डस के सीईओ) को हार्टफुलनेस मेडीटेशन स्मृति चिन्ह व शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
कई 90 वर्षीय सीनियर सिटीजन को प्रेम पूर्वक तरीके से सम्मानित किया जिससे वे सभी भाव विभोर हो उठे ।
कार्यशाला में विभिन्न तरीकों से ध्यान की गहराइयों में उतरना सिखाया गया जो बहुत ही प्रभावी तरीके से प्रतिभागियों प्रभावी रहा और एक नई ऊंचाइयों का एवं ध्यान की गहराई का अनुभव किया।
हार्टफुलनेस मेडीटेशन विश्व के 162 देशों में फैला हुआ है और समाज के सभी वर्गों व तनाव मुक्ति एवं ध्यान और सही जीवनशैली सिखाता है इसके अलावा हार्टफूलनेस इंस्टीट्यूट कई और सामाजिक जैसे इनमें पेड़ पौधे को लगाकर हरियाली फैलाना , पेड़ पौधों को बचाना संरक्षित करना , जल संरक्षण करना , पोलोरिटी , क्वांटम हीलिंग , ब्राइटर माइंड जैसे कार्यक्रम चला रहा है।
जो कि बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक उनके शारीरिक मानसिक एवं आत्मिक संतुलन को बनाए रखने में बहुत ही प्रभावशाली है। गहन अभ्यासी कार्यशाला में लगभग 250 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।