मैट्रिक पास ने खुद को बीटेक बता शादी की, दहेज लेकर चंपत, दो बच्चों का पिता ऐसे फंसाता था,

*मैट्रिक पास ने खुद को बीटेक बता शादी की, दहेज लेकर चंपत, दो बच्चों का पिता ऐसे फंसाता था, रिपोर्ट योगेश मुदगल

शादी डॉट कॉम पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर युवतियों को अपने जाल में फंसाकर शादी करने के आरोपी संजय सिंह उर्फ हरिओम दुबे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह मैट्रिक पास था, लेकिन खुद को बीटेक बताता था। शादी के कुछ दिन बाद ही वह दहेज की रकम, जेवर और कार लेकर भाग गया था। पुलिस ने आरोपित के कब्जे से दहेज की कार, कूटरचित पैन कार्ड आदि सामान बरामद हुआ है। आरोपित एक वर्ष से फरार चल रहा था।
आशियाना थाना प्रभारी के मुताबिक प्रतापगढ़ निवासी पीड़िता ने मुकदमा दर्ज कराया था कि शादी डॉट कॉम पर उसकी मुलाकात आशियाना निवासी संजय सिंह से हुई थी। वह मूल रूप से बिहार के रोहतास दिरगांव का रहने वाला है। दोनों की सहमित के बाद बीते एक दिसम्बर 2021 को संजय के साथ शादी हो गई। शादी के दिन भी उसने शराब के नशे में हंगामा किया।
पुलिस में शिकायत करने पर संजय व उसके दोस्तों ने माफी मांग कर सुलह कर ली। शादी के बाद वह संजय के साथ उसके आशियाना स्थित घर आ गई। कुछ दिन बाद से ही संजय और दहेज की मांग करने लगा, दहेज लाने मे असमर्थता जताने पर खूब पिटाई की। इस मामले में कार्रवाई कर आरोपित संजय को सोमवार देर रात आशियाना अंडर पास के पास से गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच में सामने आया कि वह वह बिहार में भी एक युवती को इसी तरह अपने जाल में फंसा चुका है।

शादी के 26 दिन बाद सामान बटोरकर भाग निकला

आरोपित संजय ने शादी के 26 दिन बाद पत्नी से बिहार स्थित पैतृक गांव चलने को कहा। इस पर वह सामान पैक करने लगी। इसी बीच मौका पाकर संजय एक लाख रुपये नगदी, करीब 10 लाख रुपये के जेवर और दहेज में मिली कार लेकर भाग निकला था।

मैट्रिक पास खुद को बताता था बीटेक

पुलिस के मुताबिक जांच पड़ताल में सामने आया कि संजय मैट्रिक पास था पर खुद को बीटेक बताता था। शॉदी डॉट कॉम प्रोफाइल पर बीटेक अपडेट किया था। आरोपित ने बताया कि खुद को बीटेक बताने पर लोग आसानी से उसके जाल में फंस जाते थे।

पहले से था शादीशुदा

इंस्पेक्टर आशियाना अजय प्रकाश मिश्रा ने बताया कि आरोपित संजय पहले से ही शादी शुदा है। संजय के 12 और 14 वर्ष के दो बच्चे भी हैं। आरोपित की पत्नी की भूमिका की जांच की जा रही है कि वह उसके साथ जालसाजी में शामिल थी की नहीं।

दो नाम से है आईडी

आरोपित के कब्जे से संजय सिंह और हरिओम दुबे दो अलग- अलग नाम से पैन कार्ड मिले हैं। आरोपित ने बताया कि वह बदल-बदल कर नाम का प्रयोग करता था। बिहार में वह हरिओम दुबे नाम का प्रयोग करता था। बिहार के बाहर के लोग उसे संजय सिंह के नाम से जानते हैं।

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निशाकांत शर्मा (सहसंपादक)

यह खबर /लेख मेरे ( निशाकांत शर्मा ) द्वारा प्रकाशित किया गया है इस खबर के सम्बंधित किसी भी वाद - विवाद के लिए में खुद जिम्मेदार होंगा

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