
हादसों का कारण बन रहे हैं ओवरलोड जुगाड़ू वाहन,
प्रशासन नहीं दे रहा ध्यान
,,,,,की सड़कों पर भाग रही जुगाडू़ मोटरसाइकिल रेहड़ियां हादसों का कारण बन रही हैं। जिनकी तरफ पुलिस और प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। इन रेहड़ियों पर क्षमता से अधिक वजन लादकर इन्हें चलाया जाता है जिससे हर वक्त हादसे का खतरा बना रहता है। जुगाड़ू वाहन और 2 पहिया वाहनों के पीछे रेहड़ी लगे वाहन सैकड़ों की संख्या में ,,, की सड़कों पर घूम रहे हैं जिन पर क्विंटलों के हिसाब से सामान लोड किया होता है।
बहुत से ऐसे वाहन हैं जिन पर 10 से 15 फुट तक के लम्बे लोहे के सरिये, लोहे के गार्डर आदि भी लोड किए होते हैं जो न केवल यातायात को बाधित करते हैं बल्कि हादसों का कारण भी बनते हैं। ट्रैफिक पुलिस ने भी इन अवैध वाहनों को स्वीकार कर लिया है व इनके खिलाफ कोई खास कार्रवाई नहीं होती। ग्राहक जागो के सचिव संजीव गोयल द्वारा आर.टी.आई. के तहत ली गई जानकारी में पता चला है कि पिछले 3 सालों में ट्रैफिक पुलिस ने ऐसे 49 वाहनों के चालान किए हैं जबकि ऐसे वाहनों की संख्या सैकड़ों में है व और लगातार बढ़ रही है।
चौकी और थाना पुलिस से लेकर ट्रैफिक पुलिस दोपहिया वाहनों के तुरंत चालान कर देती है लेकिन इन जुगाडू़ वाहनों पर पुलिस का कोई ध्यान नहीं है। आर.टी.आई. में मिली सूचना के अनुसार ,,, में जुगाड़ू 2 पहिया वाहनों के पीछे रेहड़ी लगे वाहनों के वर्ष 2020 में 5 चालान तथा 2021 में मात्र 2 चालान किए गए।
वर्ष 2022 में पुलिस ने जरूर 42 चालान किए लेकिन ये भी उस वक्त ही किए गए प्रतीत होते हैं जब सरकार ने इन पर पाबंदी लगाई थी। उसके बाद इन वाहनों पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई।