
जुगराज सिंह भदौरिया स्मृति अखिल भारतीय वॉलीबाल प्रतियोगिताः लखनऊ को हराकर आजमगढ बना विजेता, अरिदमन-पक्षालिका ने विजेता,उपविजेता टीम और श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाडियों को किया पुरस्कृत।बाह। रविवार को बाह के जूनियर हाईस्कूल के मैदान पर आयोजित जुगराज सिंह भदौरिया स्मृति अखिल भारतीय वॉलीबाल प्रतियोगिता के रोमांचक फाइनल में आजमगढ ने स्पोर्ट्स कॉलेज लखनऊ को 25-17, 24-26, 20-25, 25-21, 15-13 के अंतर से हराकर खिताब अपने नाम कर लिया। जीत के हीरो रहे आजमगढ के शाहिद आलम को प्रतियोगिता का श्रेष्ठ खिलाडी चुना गया। पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह, विधायक पक्षालिका सिंह ने विजेता और उपविजेता टीम को ट्रॉफी और नगद पुरस्कार प्रदान किया। रविवार को पहले सेमी फाइनल में स्पोर्ट्स कॉलेज लखनऊ ने बागपत को 26-24, 25-15, 25-15 के अंतर से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। दूसरे सेमी फाइनल में आजमगढ ने झांसी को 25-20, 22-25, 26-24, 24-26, 25-19, 15-10 से हराकर फाइनल में जगह बनाई। निर्णायक वॉलीबाल फेडरेशन के यशवंत सिंह, धनंजय रॉय, स्कोरर शैलेन्द्र सिंह, कमेंटेटर अरुण दुबे, आसुतोष नेहरू, लाइनमेन मनीष कुमार, फारुखी रहे। इस दौरान जिला पंचायत सदस्य सहवीर सिंह दिवाकर, महेश कठेरिया, मुन्ना लंबर, शैलेन्द्र सिंह शिकरवार, चेयरमैन सुनील बाबू, शंकरदेव तिवारी, संजय नेहरू, ह्रदय नारायण शर्मा, मुकेश शर्मा, रचना चौधरी, सतीश पचौरी, ठाकुर भरत सिंह, अल्केन्द्र जादोन, ब्लॉक प्रमुख लाल सिंह चौहान, शत्रुघन भदौरिया आदि मौजूद रहे। विदेश में देश का मान बढाने वाले खिलाडी हुए सम्मानित।बाह। विदेशी धरती पर खेल में देश का नाम रोशन करने वाले रनवीर सिंह, विजय सिंह चौहान, रतन सिंह भदौरिया, सुंदर सिंह राठौड, प्रदीप शर्मा, सुरेश सिंह, रामनरेश कठेरिया, अजय भदौरिया राष्ट्रीय स्तर पर चमक बिखेरने वाले पदम नरायन शर्मा, रूपकिशोर चतुर्वेदी, कृपा नरायन शर्मा, सत्यदेव पचौरी, विजय वर्मा, देवेन्द्र भदौरिया, सत्यप्रकाश शर्मा, मनोज गुप्ता, रमेश भदौरिया, रामनाथ सुमन, सुभाष भदौरिया, वीरेन्द्र सिंह, देवेन्द्र कटारा, जयनरायन शर्मा, राजन चतुर्वेदी, सुनील शर्मा, राजीव गुप्ता आदि को सम्मानित किया गया। गूंजी स्टेडियम की आवाज, फिर मिला आश्वासन।बाह। पुरस्कार वितरण करते हुए विधायक पक्षालिका सिंह, पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह ने क्षेत्र की 40 साल पुरानी स्टेडियम की मांग पर कहा कि 2012 में शिक्षा विभाग की जमीन खेल विभाग में ट्रांसफर न होने की बजह से स्टेडियम बनते-बनते रह गया। नये सिरे से जमीन देखी गई है। जिला पंचायत ने भी अपनी जमीन पर मिनी स्टेडियम का आश्वासन दिया है। उन्होंने क्षेत्रीय खिलाडियों की गौरव गाथा के साथ मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ को स्टेडियम का प्रस्ताव भेजे जाने की बात कही। मुख्य मंत्री ने स्टेडियम पर सिद्धांततः सहमति दी है।