दो सगे भाइयों ने किया कमाल,35 हजार में बना डाली तेजस, 5 रुपए में चलती है 150किलोमीटर

मेरठ।भारत अपने जुगाड़ों के लिए फेमस रहा है।देश में कई ऐसे प्रतिभावान लोग हैं, जो बिना किसी प्रोफेशनल पढ़ाई और ट्रेनिंग के हेलीकॉप्टर तक बना चुके हैं।आप लड़ाकू विमान तेजस के बारे में जानते होंगे।तेजस को भारत के वैज्ञानिकों ने विकसित किया।ये एक सीट एक जेट इंजन और अनेक भूमिकाओं को निभाने में सक्षम एक हल्का युद्धक विमान है,लेकिन आज हम आपको उत्तर प्रदेश के मेरठ की सड़क पर फर्राटा भर रहे ऐसे तेजस के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे दो सगे भाइयों ने तैयार कर दिया है।ये है ई-बाइक की जिसे नाम दिया गया है तेजस।ये ई-बाइक एक बार चार्ज होने पर डेढ़ सौ किलोमीटर तक दौड़ेगी।बाइक को चार्ज करने में सिर्फ 5 रुपए लगेंगे।इस तेजस को आप पहली नज़र में देखेंगे तो लगेगा ये बच्चों की साइकिल है।छोटे-छोटे पहिए,सीट की जगह पाइप का इस्तेमाल,साइकिल की तरह हैंडल,बीचों बीच मिरर, शॉकर और चार्जिंग बैटरी आदि को जोड़कर बनाया है।
ये अनोखा कारनामा दो सगे भाई 16 वर्षीय के अक्षय और 21 वर्षीय आशीष ने कर दिखाया है।अक्षय पॉलिटेक्निक के छात्र हैं और आशीष एमए की पढ़ाई कर रहे हैं।ई-बाइक बनाने का सारा टेक्निकल काम अक्षय ने देखा है क्योंकि वो पॉलिटेक्निक पढ़ रहे हैं और टेक्निकल का सारा ज्ञान है। ई-बाइक बनाने के लिए अलग-अलग जगह से पार्ट्स इकट्ठा किया।कुछ नए कुछ पुराने सामान को इकट्ठा कर इस ई- बाइक को तैयार किया गया है। इस ई-बाइक का नाम तेजस रखा गया है,क्योंकि आशीष कहते हैं कि जब भी यह बाइक निकलती थी तो लोग कहते थे कि रॉकेट और मिसाइल की तरह लगती है।
आशीष ने बताया कि उसने अपने पिता (धर्मपाल सिंह)से बुलेट दिलाने को कहा था, लेकिन पैसा न होने पर उन्होंने इन्कार कर दिया।पिता ने कहा कि कौन बुलेट देखता है।इसके बाद उसको लगा कि कोई ऐसी मोटरसाइकिल या बाइक बनानी चाहिए जिसको सब लोग देखें और जिसके बाद उसने इस बाइक को बनाने की ठानी और आज वह खुश है कि उन्होंने ऐसी बाइक बनाई।
आशीष ने बताया कि हम जब तेजस को लेकर निकलते हैं तो सभी लोग उसके बारे में पूछते है और देखते हैं।इस ई-बाइक को बनाने में लगभग 35 हजार रुपए लगे है। उन्होंने बताया कि बाइक के फीचर्स की बात करें तो मात्र 5 रुपए में इस बाइक की बैटरी चार्ज हो जाती है।पूरी बैटरी चार्ज होने में लगभग सात घंटे लगते हैं और लगभग एक यूनिट इसकी बैटरी चार्ज करने में बिजली का खर्च आता है।
आशीष ने बताया कि सात घंटे की चार्जिंग के बाद यह बाइक डेढ़ सौ किलोमीटर तक सफर तय कर सकती है।इतना ही नहीं इस बाइक में बैक गियर भी लगता है।उन्होंने बताया कि इसको बनाने के लिए पीवीसी का इस्तेमाल किया गया है।बाइक में बैटरी लगाई गई है।बाइक में स्पीड कम ज्यादा करने के लिए भी एक बटन दिया गया है। ई-बाइक की अधिकतम स्पीड 60 से 65 किलोमीटर प्रति घंटा की है।
आशीष ने बताया कि अगर डिमांड आएगी तो हम इस बाइक को और बेहतर बना सकते हैं।इसमें जो सामान का इस्तेमाल किया गया है वो और बेहतर लगाया जा सकता है।बेहतर टायरों का इस्तेमाल किया जा सकता है। ई-बाइक तेजस आजकल मेरठ में चर्चा का विषय बनी हुई है।इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है.