
प्रमाणपत्र न बनने पर सीएमओ कार्यलाय पर दिव्यांगों का हंगामा”*
एटा, । प्रमाण पत्र बनाने के लिए बोर्ड सदस्यों के न पहुंचने पर सीएमओ कार्यालयों में दिव्यांगों ने दोपहर में हंगामा किया। हंगामा कर रहे दिव्यांगों और परिवारीजनों को बोर्ड अध्यक्ष एवं एसीएमओ डा. राममोहन तिवारी ने समझा-बुझाकर शांत किया। उनको एक-दो दिन में पूरा बोर्ड बुलाकर प्रमाण पत्र बनवाने का आश्वासन दिया। उसके बाद हंगामा कर रहे दिव्यांग शांत हुए।
सुबह नौ बजे से ही सीएमओ कार्यालय में दिव्यांगजनों का आगमन शुरू हो गया। दस बजते-बजते कार्यालय में बाहर से अंदर तक दिव्यांगों की भीड़ जुट गई। लगभग 12 बजे बोर्ड के दो सदस्य डा. आरएल जिंदल और डा. रंजीत वर्मा कार्यालय पहुंचे। उसके अलावा मेडिसिन विभाग, नेत्ररोग विभाग के बोर्ड सदस्य दोपहर दो बजे तक नहीं पहुंचे। इससे सोमवार को भी किसी दिव्यांग का प्रमाण पत्र जारी नहीं हो सका। आक्रोशित दिव्यांगों ने हंगामा शुरू कर दिया। दिव्यांगों ने लगभग एक घंटे तक हंगामा किया। दिव्यांग रामसेवक, कल्पना देवी, नीलम देवी, सुनहरी लाल, विनोद कुमार, नेत्रपाल, रामखिलाड़ी, नरेश चंद्र, मनमोहन, टीटू का कहना है कि जब बोर्ड सदस्य तीन सप्ताह से नहीं आ रहे हैं। तब उनको क्यों परेशान किया जाता है। जब पूरा बोर्ड बैठने लगे तब उनको बुलाया जाए। वह प्रत्येक सोमवार को आते हैं। उनको आवेदन पत्र दोपहर बाद वापस कर दिया जाता है। बोर्ड सदस्यों पर ही जब अधिकारियों का नियंत्रण नहीं है। तब उनको तीन सप्ताह से लगातार परेशान किया जा रहा है।
हंगामा होने पर बोर्ड अध्यक्ष एसीएमओ डा. राममोहन तिवारी ने दिव्यांगों को समझा-बुझाकर शांत किया। उन्होंने कहा कि जिन दिव्यांगजनों के आवेदन पत्र लंबित हैं, उनको अलग-अलग दिवस में बुलाकर प्रमाण पत्र बनाने की औपचारिकता पूर्ण कराई जाएगी। अगले सोमवार से पूर्व ही यह कार्य पूर्ण कर प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे। बोर्ड अध्यक्ष के समझाने पर दिव्यांगजन माने। सोमवार को बोर्ड के समक्ष 60 दिव्यांगों ने आवेदन किए। इसमें से हड्डी, 21 पैरालाइसिस, चार मूक-बधिर, दो ईएनटी विभाग से संबंधित थे। बोर्ड से तीन आवेदन पत्र कैंसिल कर दिए। इनको विशेषज्ञ चिकित्सकों ने दिव्यांग होने की श्रेणी में नहीं माना है।