
सब पर लागू होने वाली जनसंख्या नीति बननी चाहिए
प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की बैठक में जनसंख्या असंतुलन पर गंभीर चर्चा हुई। यमुनापार के गौहनिया स्थित वात्सल्य परिसर में बुधवार को प्रेसवार्ता में संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने बताया कि देश में जनसंख्या विस्फोट चिंताजनक है। इसलिए इस विषय पर समग्रता व एकात्मता से विचार करके सब पर लागू होने वाली जनसंख्या नीति बननी चाहिए।
चार दिवसीय कार्यकारी मंडल की बैठक के आखिरी दिन जनसंख्या असंतुलन से संबंधित एक सवाल के जवाब में सरकार्यवाह ने कहा कि विगत 40-50 वर्षों से जनसंख्या नियंत्रण पर जोर देने के कारण प्रत्येक परिवार की औसत जनसंख्या 3.4 से कम होकर 1.9 हो गई है। इसके चलते भारत में एक समय ऐसा आएगा जब युवाओं की जनसंख्या कम हो जाएगी और वृद्ध लोगों की आबादी अधिक होगी, यह चिंताजनक है।
भारत को युवा देश बनाए रखने के लिए जनसंख्या को संतुलित रखने पर उन्होंने ज़ोर दिया। वहीं मतांतरण और बाहरी घुसपैठ जैसे दुष्चक्र के कारण होने वाले जनसंख्या असंतुलन पर चिंता भी व्यक्त की। सरकार्यवाह ने कहा कि मतांतरण होने से हिंदुओं की संख्या कम हो रही है। देश के कई हिस्सों में मतांतरण की साजिश चल रही है। कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में घुसपैठ भी हो रही है। सरकार्यवाह ने कहा कि जनसंख्या असंतुलन के कारण कई देशों में विभाजन की नौबत आई है। भारत का विभाजन भी जनसंख्या असंतुलन के कारण हो चुका है। कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों के जनजातीय समुदाय के लोगों में भी स्वाभिमान जागरण के कारण मैं भी हिन्दू हूं का बोध विकसित हुआ है। ये लोग अब संघ से भी जुड़ना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि मेघालय और त्रिपुरा राज्य के जनजाति समुदाय के लोग संघ के सरसंघचालक को भी इस बोध के साथ आमंत्रित करने लगे हैं।
हर जिले में एक गांव को मॉडल और आत्मनिर्भर बनाएंगे3 कार्यकारी मंडल की बैठक में गांवों को सामाजिक और आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने पर मंथन हुआ। इस बैठक में संघ ने निर्णय लिया है कि स्वयंसेवकों के प्रयास से हर जिले के एक गांव को मॉडल के रूप में विकसित करेंगे। इसके लिए गांवों में रोजगार के ज्यादा से ज्यादा अवसर पैदा करने पर मंथन हुआ। सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि स्वदेशी जागरण, उद्योग भारती भी ग्राम विकास से जुड़ेंगे।
“मतांतरण रोकने को बने सख्त कानून, न दें आरक्षण
प्रयागराज। देश में बढ़ रहे मतांतरण को लेकर आरएसएस के रणनीतिकार चिंतित हैं। गौहनिया के वात्सल्य परिसर में कार्यकारी मंडल की बैठक में इस विषय पर गंभीरतापूर्वक विचार किया गया। संघ का मानना है कि मतांतरण रोकने के लिए देश में सख्त कानून बनने चाहिए। जो लोग आरक्षण के लालच में मतांतरण करते हैं उन्हें आरक्षण का लाभ न दिया जाए। दत्तात्रेय होसबाले ने बताया कि मतांतरण की साजिश हो रही है लेकिन संघ के प्रयासों से घर वापसी भी कराई गई। तय हुआ कि संघ के अनुषांगिक संगठन इस दिशा में कार्य करें। प्रत्येक गांव और मोहल्ले तक पहुंचकर हिंदुओं को जगाएं। इसके साथ ही मातृशक्तियों को भी जगाना होगा। हर वर्ग को जोड़ने पर ही यह अभियान सफल होगा। जिन स्थानों पर घर वापसी के कार्यक्रम हो रहे हैं, वहां उनकी स्वीकार्यता को बढ़ाने के लिए प्रबुद्ध समाज को साथ लेकर जनमत तैयार करने की भी बात कही गई।”