
दलितों पिछड़ों व वंचितों के मसीहा थे नेताजी- राजू आर्य
कमजोरो गरीबों को भी पूरा मान सम्मान देते थे नेताजी
एटा। पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व रक्षामंत्री धरतीपुत्र मुलायम सिंह के निधन पर उनके समर्थकों में शोक की लहर दौड़ पड़ी, हर कोई अपने प्रिय नेता को खोने से दुखी है।
जनपद के युवा हिंदूवादी नेता एवं भारतीय किसान यूनियन भानू के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रंजीत कुमार उर्फ राजू आर्या धरतीपुत्र मुलायम सिंह के निधन से बहुत दुखी हैं, राजू आर्या नेताजी को अपनी किडनी देने का ऐलान कर चुके थे तथा अपनी किडनी देने के लिए गुड़गांव के मेदांता हॉस्पिटल पर भी पहुंच चुके थे, लेकिन इससे पहले ही आज सुबह धरतीपुत्र मुलायम सिंह यादव की मृत्यु हो गई।
नेताजी के निधन होने पर राजू आर्या ने कहा कि आज दलित-पिछड़ों एवं गरीबों ने अपने मसीहा को खो दिया, नेताजी ने दलित-पिछड़ों के उत्थान के लिए जीवन-भर संघर्ष किया और उनके लिए हर क्षेत्र में रास्ते खोल दिए जिससे शिक्षा, स्वास्थ्य व व्यवसाय में आज दलित-पिछड़ों की उपस्थिति देखी जाती है, ऐसा नेता अब दलित-पिछड़ों को मिलना मुश्किल है नेताजी की कमी हमेशा महसूस करेगा देश।
नेताजी ज़मीन से जुड़े नेता थे इसीलिए उन्होंने हमेशा किसानों गरीब दलित-पिछड़ों के हक की आवाज को बुलंद किया और जब मुख्यमंत्री बने तो हर क्षेत्र में दलित-पिछड़ों को बराबरी पर लाकर खड़ा किया, राजनीति में उनका योगदान स्वर्णिम है।